साँप की शरीर रचना SNAKE ANATOMY

साँपो की अलग-अलग प्रजातियाँ होती हैं और उसी के अनुसार उनके शरीर के आकार में भी भिन्नता होती है। उनके शरीर की विशिष्टता (रंग, लंबाई, शल्क) उनके रहने के स्थान के अनुरूप होते हैं। साँप जिस भौगोलिक स्थान में रहते हैं, उसके अनुरूप ही उनके शरीर की रचना होती है। इस वजह से उनके बाह्य रूप से उनके रहन-सहन का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

आकार (Size and shape)

1) छोटा, संकीर्ण शरीर  Slender, narrow bodied

छोटे और संकीर्ण शरीर वाल साँप ज़मीन के नीचे रहते हैं। ज़मीन पर ये साँप जितने आसानी से हिलते डुलते हैं, उसी प्रकार से छोटे और पतले होते जाने वाले शरीर की वजह से ये साँप ज़मीन के नीचे भी आसानी से रंग सकते हैं। उदा. कीट साँप।

2) मोटा शरीर  Thick bodied

कुछ साँपों का शरीर लंबा, बेलनाकार और मज़बूत पेशियों वाला होता है। उनका सिर भी मोटा होता है। इस मोटे शरीर का उपयोग करते हुए वे शिकार को दबोचकर, दम घोंटकर मारते हैं। उदा. अजगर, घोणस ।

3) तिकोना शरीर  Triangular bodied

इन साँपों को देखने से स्पष्ट लगता है कि इनके शरीर का अनुप्रस्थ काट, घर के छत जैसा तिकोना होता है। शरीर की रचना ऐसी होने से इन साँपों को दलदल में घूमना-फिरना आसान हो जाता है। उदा. पट्टेदार करैत ।

4) लंबा शरीर  Long bodied

इससे साँप पेड़ की डालियों में तेज़ गति से घूम सकते हैं। ये साँप एक डाली से दूसरी डाली पर जाते हुए सहारे के लिए अपने लंबे शरीर का उपयोग करते हैं। उदा. सामान्य आभूषित साँप, सामान्य वृक्षसाँप।

5) दोनों तरफ से चपटा शरीर  Flat bodied

कुछ साँपों के शरीर का आकार ज़्यादा ऊँचा और दोनों तरफ़ से चपटा (मछली के जैसा) होता है। इस प्रकार की रचना होने से तैरना, एवं समुद्र और खाड़ी के किनारे दलदल में उनका घूमना-फिरना आसान हो जाता है। उदा. समुद्री साँप।